*एमआईआरवी तकनीक आधारित ‘अग्नि-5’ मिसाइल*🚀
✅ डीआरडीओ ने 11 मार्च 2024 को ओडिशा तट से दूर डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम द्वीप से ‘मिशन दिव्यास्त्र’ के तहत पहली बार मल्टीपल इंडिपेंडेंटली टारगेटेबल री-एंट्री व्हीकल (एमआईआरवी) के साथ स्वदेशी रूप से विकसित अग्नि -5 मिसाइल का सफलतापूर्वक परीक्षण किया है।
✅ एक ही मिसाइल पर कई हथियार ले जाने की क्षमता, जिसे एमआईआरवी या मल्टीपल इंडिपेंडेंटली टारगेटेबल री-एंट्री व्हीकल कहा जाता है।
✅ 5,000 किलोमीटर से अधिक की मारक क्षमता के साथ, अग्नि-5 एक टन से अधिक के परमाणु हथियार ले जाने में सक्षम है।
यह तकनीक संयुक्त राज्य अमेरिका, रूस, चीन, यूनाइटेड किंगडम और फ्रांस के पास है।
✅ वर्तमान में डीआरडीओ 7,000 किमी से अधिक की रेंज की अग्नि-6 पर काम कर रहा है।
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