नोबेल पुरस्कार Noble Award 2023
नोबेल पुरस्कार | सम्पूर्ण जानकारी | Noble Award 2023 in Hindi
नोबेल फाउंडेशन द्वारा स्वीडन के वैज्ञानिक अल्फ्रेड नोबेल की याद में वर्ष 1901 में शुरू किया गया यह शांति, साहित्य, भौतिकी, रसायन, चिकित्सा विज्ञान और अर्थशास्त्र के क्षेत्र में विश्व का सर्वोच्च पुरस्कार है।
अल्फ्रेड नोबेल ने कुल 355 आविष्कार किए जिनमें 1867 में किया गया डायनामाइट का आविष्कार भी था।
नोबेल फ़ाउंडेशन की स्थापना 29 जून 1900 को हुई तथा 1901 से नोबेल पुरस्कार दिया जाने लगा।
अर्थशास्त्र के क्षेत्र में नोबेल पुरस्कार की शुरुआत 1968 से की गई।
वर्तमान में नोबेल पुरस्कार 6 क्षेत्र में दिया जाता है
शांति, साहित्य, भौतिकी, रसायन, चिकित्सा विज्ञान और अर्थशास्त्र
वर्ष 2023 में मिले नोबेल पुरस्कार निम्न है
भौतिकी के क्षेत्र में ➡️फिजिक्स ( भौतिकी ) का नोबेल प्राइज 2023
✔️ प्राप्तकर्ता - पियरे एगोस्टिनी, फेरेंक क्रूज़ और ऐनी एल'हुइलियर
✅ किस हेतु- इलेक्ट्रॉन गतिशीलता के अध्ययन के लिए प्रकाश के एटोसेकंड पल्स उत्पन्न करने वाले प्रयोगात्मक विधि को खोजने के लिए
✍️Best Trick-भांग (भौतिकी ) पीके (पियरे) फेरे (फेरेक) लिए एनी ने
रसायन के क्षेत्र में ➡️रसायन विज्ञान ( Chemistry ) नोबेल 2023
➡️किस हेतु- रॉयल स्वीडिश एकेडमी ऑफ साइंसेज ने नैनोटेक्नोलॉजी में क्वांटम डॉट्स की खोज और संश्लेषण के लिए रसायन विज्ञान में 2023 नोबेल पुरस्कार दिये जाने की घोषणा की।
😀 ट्रिक-एलक्सी ने रसीला(रसायन) बुर्श माँगा
or
CM ( कैमेस्ट्री ) MLA से बनता है ।
( M= मौंगी जी बावेंडी,
L= लुईस ई ब्रूस
A= एलेक्सी आई एकिमोव)
चिकित्सा विज्ञान के क्षेत्र में ➡️फिजियोलॉजी या मेडिसिन नोबेल 2023
✔️ प्राप्तकर्ता- कैटालिन कारिको और ड्रू वीसमैन
📌किस हेतु- न्यूक्लियोसाइड बेस संशोधनों से संबंधित उनकी खोजों के लिए जिसकी वजह से कोरोनावायरस यानी COVID-19 के खिलाफ प्रभावी mRNA टीकों के विकास में मदद मिली।
⚡️ ट्रिक- कैटरीना वीज़ा लेकर मेडिकल (mbbs) करने विदेश जाती है।
साहित्य के क्षेत्र में ➡️ साहित्य का नोबेल पुरस्कार 2023
✔️प्राप्तकर्ता- नॉर्वेजियन लेखक जॉन फॉसे को➡️किस हेतु- उनके नवीन नाटकों और गद्य के लिए दिया जा रहा है, जो अनकही को आवाज देते हैं।
Note- जॉन फॉसे ने उपन्यासों को एक ऐसी शैली में लिखा है जिसे 'फॉसे मिनिमलिज्म' के नाम से जाना जाता है । इसे उनके उपन्यास 'स्टेंग्ड गिटार' (1985) में देखा जा सकता है
✍️ट्रिक- साहित्य इतना बड़ा है कि इसमें फंस जाओगे
शांति के क्षेत्र में the Nobel Prize announcements 9 October!
अर्थशास्त्र के क्षेत्र में the Nobel Prize announcements 6 - 8 October!
पहला नोबेल शांति पुरस्कार 1901 में रेड क्रॉस के संस्थापक ज्यां हैरी दुनांत और फ़्रेंच पीस सोसाइटी के संस्थापक अध्यक्ष फ्रेडरिक पैसी को संयुक्त रूप से दिया गया।
नोबेल पाने वाले भारतीय
रविंद्रनाथ टैगोर
टैगोर भारत के पहले नोबेल पुरस्कार विजेता थे जिन्हें साहित्य के क्षेत्र में योगदान के लिए इस पुरस्कार से नवाज़ा गया था. टैगोर को 1913 में जब ये सम्मान मिला तब वो ये पुरस्कार पाने वाले पहले गैर यूरोपीय थे.
हरगोविंद खुराना
भारतीय मूल के वैज्ञानिक हरगोविंद खुराना को 1968 में मेडिसीन के क्षेत्र में नोबेल पुरस्कार मिला था.
सीवी रमण
सीवी रमण ने प्रकाश से जुड़े रमन इफेक्ट की खोज की थी. उन्हें 1930 में फिजिक्स के क्षेत्र में ये पुरस्कार दिया गया.
वीएएस नायपॉल
विद्याधर सूरजप्रसाद नायपॉल के पूर्वज गोरखपुर से गिरमिटिया मज़दूर के रुप में त्रिनिदाद पहुंचे थे. ब्रिटेन में बसे नायपॉल को 2001 में साहित्य के क्षेत्र में उनके योगदान के लिए नोबेल दिया गया.
वेंकट रामाकृष्णन
भारतीय मूल के वेंकट रामाकृष्णन मदुरै में जन्मे थे. उन्हें वर्ष 2009 में राइबोसोम के स्ट्रक्चर और कार्यप्रणाली के क्षेत्र में शोध के लिए केमिस्ट्री का नोबेल पुरस्कार दिया गया था.
मदर टेरेसा
मदर टेरेसा को 1979 में नोबेल शांति पुरस्कार मिला।
सुब्रहमण्यम चंद्रशेखर
उन्हें 1983 में सितारों की आकृति और कैसे सितारे बने इसके सैद्धांतिक शोध के लिए उन्हें नोबेल पुरस्कार मिला.
कैलाश सत्यार्थी
वर्ष 2014 का शांति का नोबेल पुरस्कार कैलाश सत्यार्थी को मिला है. कैलाश को बच्चों के लिए किए गए उनके काम को देखते हुए ये पुरस्कार दिया गया है.
आर के पचौरी
राजेंद्र पचौरी का काम पर्यावरण के क्षेत्र में था और वो लंबे समय तक टेरी (टाटा एनर्जी रिसर्च इंस्टीट्यूट) से जुड़े रहे. उन्हें वर्ष 2007 में संयुक्त राष्ट्र की जलवायु परिवर्तन के लिए बनी कमिटी के साथ संयुक्त रुप से शांति के लिए नोबेल मिला था.
अमर्त्य सेन
अर्थशास्त्री अमर्त्य सेन अपनी पुस्तक द आरग्यूमेंटेटिव इंडियन के लिए काफी चर्चित रहे लेकिन अर्थशास्त्र में उनका काम उल्लेखनीय रहा है. उन्हें 1998 में अर्थशास्त्र के क्षेत्र में नोबेल पुरस्कार दिया गया था.
अभिजीत बनर्जी
साल 2019 के लिए अर्थशास्त्र का प्रतिष्ठित नोबेल पुरस्कार भारतीय मूल के अमेरिकी अर्थशास्त्री अभिजीत बनर्जी, उनकी पत्नी एस्तेय डिफ्लो के साथ-साथ अर्थशास्त्री माइकल क्रेमर को संयुक्त रूप से दिया गया था. इन्हें अंतरराष्ट्रीय स्तर पर गरीबी कम करने के उनके प्रयोगात्मक नजरिए के लिए नोबेल दिया गया था.
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